इलाहाबाद (जेएनएन)। केंद्र सरकार के सरकार के 500 व एक हजार रुपए के नोटबंदी के फैसले के खिलाफ आज विपक्षी पार्टियों के जन आक्रोश का असर जनता पर नहीं दिख रहा है। इलाहाबाद में जरूर समाजवादी पार्टी के कुछ कार्यकर्ता इसका विरोध कर रहे हैं।
विपक्ष के जनाक्रोश दिवस में बहुजन समाज पार्टी के साथ तृणमूल कांग्रेस के अलावा लेफ्ट पार्टियां, सीपीएम, आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी शामिल हैं। इन सभी ने आज जन आक्रोश दिवस के रूप में देशबंद का आह्ववान किया है। कांग्रेस का कहना है कि उसने भारत बंद नहीं बुलाया है मगर केंद्र सरकार की बदइंतजामी के खिलाफ लोगों के गुस्से को देखते हुए वो इस प्रदर्शन में शामिल होंगे।
इलाहाबाद में इसी क्रम में आज सुबह बघाड़ा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी के कुछ कार्यकर्ता नोटबंदी के खिलाफ रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन कर रहे हैं। कर्नलगंज थाना क्षेत्र के बघाड़ा में ट्रेन रोक कर सपाईयों ने प्रदर्शन किया। यह हाथ में तख्तियां लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। प्रदर्शन करने वाले सपा नेता रविंद्र यादव ने बताया की सुबह सात 7 रेल ट्रैक पर प्रदर्शन किये है। उस समय कोई ट्रेन नहीं थी। आधे घंटे वह ट्रैक पर खड़े थे तब तक कोई ट्रेन नहीं आयी तो वे लोग लौट गए।
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लखनऊ में जनता तथा व्यापारी पीएम मोदी के साथ
500 और 1000 रुपये की नोटबंदी के खिलाफ विपक्ष के आज के भारत बंद के पक्ष में लखनऊ की जनता नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के विमुद्रीकरण के ऐलान के बाद पार्टियां इस फैसले के खिलाफ एकजुट है और एलान को वापस लेने की मांग कर रही हैं, लेकिन इसका समर्थन लखनऊ नहीं कर रही। लखनऊ की जनता पीएम मोदी के साथ खड़ी नजर आ रही है। लखनऊ के लोगों का मामला है कि नोटबंदी का अभी असर है, लेकिन चंद दिन में सब सामान्य हो जाएगा। लोगों का मानना है कि केंद्र सरकार के बड़े नोट बंद करने से व्यापार जगत ही नहीं बल्कि हर वर्ग कुछ दिनों के लिए प्रभावित हुआ है लेकिन यह सब सामान्य भी हो जाएगा। नोटबंदी के निर्णय से देश को लाभ मिलेगा और हर वर्ग का उत्थान होगा। नोटबंदी के विरोध में व्यापारी अपने संस्थान बिल्कुल बंद नहीं करेंगे। लोगों का मानना है कि नोटबंदी का निर्णय अच्छा है और हर वर्ग के हित में है। फैसले से देश में महंगाई कम होना तय है। सरकार के हर काम का विपक्षियों का विरोध स्वाभाविक है लेकिन अपना राजनैतिक उल्लू सीधा करने को यह लोग जनता का नुकसान क्यों कर रहे हैं। नोटबंदी से देश को नुकसान नहीं बल्कि लाभ है। नोटबंदी से काले धन एवं कालाबाजारी पर रोक लगने से देश और हर वर्ग का भला होगा।
देखें तस्वीरें : नोट बंदी के खिलाफ सपा का इलाहाबाद में प्रदर्शन
यूपी में बिखरा विपक्ष, सपा का नैतिक समर्थन
नोटबंदी के खिलाफ आज प्रस्तावित भारत बंद को लेकर विपक्षी राजनीतिक दल एक राय नहीं है। जनता दल यूनाईटेड व राष्ट्रीय लोकदल ने बंद से किनारा करने का एलान किया है। समाजवादी पार्टी ने भी बंद के लिए केवल नैतिक समर्थन देकर अपना पल्ला झाड़ लिया है। वहीं कांग्रेस ने भी बंद में साथ न देकर जिला केंद्रों पर जनाक्रोश दिवस मनाने का फैसला लिया है। बसपा भी भारत बंद पर खामोशी अख्तियार किए है। वाम दलों समेत अन्य विपक्षी दलों के भारत बंद को लेकर राजनीतिक दलों में असमंजस है। विपक्षी दलों को नोटबंदी से आम जनता की परेशानियों पर नाराजगी है लेकिन वे ऐसा कोई कार्य भी नहीं करना चाहते हैं, जिससे काला धन रोकने की कार्रवाई का विरोध करते दिखें। भारत बंद से किनारा करने वालों में कांग्रेस भी है।
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कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर का कहना है कि जनता की परेशानियां बढ़ाने वाले मोदी सरकार के अधकचरे फैसले का सिर्फ विरोध किया जाएगा। सभी 14 नगर निगमों पर बड़े प्रदर्शन करने के साथ सभी जिला केंद्रों पर जनाक्रोश दिवस मनाया जाएगा। प्रवक्ता वीरेंद्र मदान ने बताया कि कल लखनऊ में पूर्वाह्न 11 बजे राजबब्बर के नेतृत्व में कार्यकर्ता जीपीओ पर एकत्र हो मार्च करते हुए शहीद स्मारक पहुंचेंगे। सभी जिलों में वरिष्ठ नेता नेतृत्व करेंगे व वरिष्ठ पदाधिकारी समन्वय की जिम्मेदारी संभालेंगे। कानपुर में शीला दीक्षित, इलाहाबाद में प्रमोद तिवारी, वाराणसी में संजय सिंह, झांसी में श्रीप्रकाश जायसवाल, बरेली में सलमान खुर्शीद व जितिन प्रसाद, गोरखपुर में निर्मल खत्री, मुरादाबाद में पूर्व सांसद जफर अली नकवी, मेरठ में राशिद अल्वी, अलीगढ़ में आरपीएन सिंह, आगरा में राजीव शुक्ला, गाजियाबाद में प्रदीप जैन आदित्य, सहारनपुर में पीएल पुनिया एवं फिरोजाबाद में प्रदीप माथुर नेतृत्व करेंगे। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता दीपक मिश्र ने कहा कि भारत बंद को केवल नैतिक समर्थन रहेगा।
रालोद का पांच दिसंबर को दिल्ली में धरना
जनता दल यूनाईटेड से चुनावी गठजोड़ की जुगत लगा राष्ट्रीय लोकदल भी भारत बंद से दूर रहेगा। प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद ने बताया कि नोटबंदी व किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर पांच दिसंबर को दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना दिया जाएगा। जदयू के अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नोटबंदी का समर्थन करने के बाद रालोद ने भी तेवर बदले हुए हैं। वहीं, बसपा ने भी भारत बंद को लेकर रुख स्पष्ट नहीं किया है।
बंद का विरोध
आदर्श व्यापार मंडल भारत बंद से दूर रहेगा। करेगा भारत बंद का विरोध। राजभवन के सामने पीएम के समर्थन में करेगा मार्च। आहृवान पर 2 घंटे से ज्यादा खुलेगी दुकानें।
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