भारत से घबराए पाकिस्तान ने 20 फीसदी बढ़ाया रक्षा बजट

Share on Facebook
Tweet on Twitter

दिल्ली। पाक में आगामी आम चुनाव को देखते हुए मौजूदा पीएमएल-एन सरकार के पास सिर्फ तीन माह बचे हैं लेकिन वित्तमंत्री इस्माइल ने विपक्ष के विरोध को नकारते हुए अपना रक्षा बजट बढ़ाने का फैसला किया है। माना जा रहा है कि अमेरिकी मदद रुकने के बाद पाक सरकार में भारत की बढ़ती ताकत को लेकर काफी बौखलाहट है। इसी से घबराकर उसने मौजूदा कार्यकाल में सबसे बड़ी वृद्धि की है। यदि पिछले साल के घोषित बजट से तुलना की जाए तो यह बढ़त करीब 20 फीसदी अधिक बैठती है। हालांकि आतंकवाद की पनाहगाह होने के कारण इस साल जनवरी में पाक को मिलने वाली दो अरब डॉलर की अमेरिकी मदद रुकने से सरकार और सेना के बीच भी भारत की बढ़ती ताकत को लेकर मतभेद उभरने लगे थे। चू्ंकि आतंकवाद से जंग के अलावा पाक का रक्षा खर्च हमेशा ही भारत पर केंद्रित रहा है इसलिए बजट की मार के चलते पाक सेना भारत से लगती नियंत्रण रेखा पर लगातार गोलाबारी के कारण कमजोर पड़ रही थी। पाक अखबार डॉन ने भी माना है कि भारतीय सीमा पर तनाव को लेकर पाक सेना के सरकार से रक्षा बजट को लेकर मतभेद थे। पाक में रक्षा बजट बढ़ोतरी को इस कारण भी भारत के नजरिए से महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि बढ़े हुए रक्षा बजट के आंकड़ों में सैन्य कर्मचारिओं को आवंटित पेंशन के 260 अरब रुपयों को शामिल नहीं किया गया है। इसे सिविल संसाधनों से जारी किया जाएगा, यानी यह बजट बढ़ोतरी सिर्फ लड़ाई लडने वाली सेना के लिए की गई है, जिसका बड़ा मकसद भारत और कश्मीर में पाक की कमजोर पड़ती ताकत को बढ़ाना है। पाक के एक अन्य मशहूर अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक पाक सरकार द्वारा संसद में रखे बजट की खास बात यह है कि देश में पहली बार रक्षा बजट ने 1 खरब के आंकड़े को पार किया है। पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना के हिसाब से 2018-19 के लिए रक्षा बजट में 180 अरब रुपये की वृद्धि (19.6 फीसदी) की गई है। यदि इसमें आर्म्ड फोर्सेस डेवलपमेंट प्रोग्राम को आवंटित 100 अरब रुपए भी रक्षा बजट में शामिल कर लें तो यह बढ़ोतरी कुल 30 फीसदी हो जाएगी, जो पाक में पहली बार हुई है।