महज एक काल और पुलिस आपके दरवाजे पर हाजिर
गाजीपुर। जी हां, अब जनपद की पुलिस आपकी सेवा में सदैव तत्पर रहेगी। महज एक काल करते ही पुलिस पीड़ित के दरवाजे पर हाजिर नजर आयेगी। फोन व मोबाइल काल के अलावा सोशल मीडिया के जरिये भी इस सेवा का लाभ उठाया जा सकता है। अब तक अधिकांश लोगों की शिकायत रहती थी कि किसी भी इमरजेंसी में काल करने पर संबंधित थानेदार या कोतवाल काल रिसीव नहीं करते हैं या बहुत ही विलंब से मौके पर पहुंचते हैं, लेकिन लोगों को अब इस समस्या से निजात मिल जायेगी।
प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना यूपी—100 का शुभारंभ सोमवार को पुलिस लाइन में धर्मार्थ कार्य मंत्री विजय मिश्र ने हरी झंडी दिखाकर किया। मौके पर 20 वाहनों को रवाना किया गया। उन्होंने कहा कि यूपी—100 योजना से पुलिस व आमजनता दोनों को फायदा होगा। पहले पुलिस के जवान साइकिल या बाइक से पीड़ित के पास या घटनास्थल पर पहुंचते थे, लेकिन अब वाहन उपलब्ध होने के कारण उन्हें काफी सहूलियत मिलेगी। इसके साथ ही पीड़ित को तात्कालिक सहायता देने में भी उन्हें सहायता मिलेगी। वहीं आमजन को पुलिस की सहायता के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। महज एक काल या सोशल मीडिया के प्रयोग के द्वारा पुलिस यूपी—100 योजना के तहत पीड़ित व्यक्ति के पास कुछ ही देर में हाजिर नजर आयेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में प्रदेश विकास के पथ पर लगातार अग्रसर है। पुलिसिंग व्यवस्था में सुधार की कवायद के तहत प्रदेश सरकार की ओर से यूपी—100 योजना को लागू किया गया है। पहले हम सुनते थे कि अमेरिका व सिंगापुर में महज एक काल करने पर पुलिस मौके पर हाजिर हो जाती है, लेकिन अब यूपी भी इस फेहरिश्त में शामिल हो गया है।
कार्यक्रम में संचालन करते हुए ग्रामीण एसपी अनिल कुमार सिंह सिसौदिया ने कहा कि यूपी—100 सेवा की मंशा लोगों को पुलिस की तात्कालिक सहायता मुहैया कराना है। इसमें आधुनिक तकनीकों का प्रयोग किया गया है। मोबाइल व टेलीफोनिक काल के अलावा सोशल नेटवर्किंग व्हाट्सएप, फेसबुक, टि्वटर, ईमेल आदि के जरिये भी इस योजना का लाभ उठाया जा सकता है। इस योजना का सौ प्रतिशत रिस्पांस मिलना तय किया गया है। उन्होंने कहा कि वाहनों में मोबाइल डाटा टर्मिनल तथा डिजिटल वायरलेस सेट भी लगाये जा रहे हैं। दुनिया के सभी विकसित देशों का अध्ययन करने के बाद प्रदेश में यूपी—100 योजना लागू की गई है। योजना के तहत 100 नंबर पर काल करने पर सूचना सीधे लखनउ स्थित केंद्रीय कार्यालय को प्राप्त होगी। इसके लिए दो सब कंट्रोल बनाये गये हैं। जिसमें एक का मुख्यालय इलाहाबाद तो दूसरे का मुख्यालय नोएडा में स्थित है। यह प्रणाली तकनीकी रूप से इतनी विकसित है कि कभी भी कोई काल ड्राप की समस्या आड़े नहीं आयेगी। इस प्रणाली के तहत केंद्रीय कार्यालय में किसी भी सूचना को रिसीव करने के लिए जनता के बीच से महिलाओं एवं बालिकाओं को नियुक्त किया गया है, जो किसी भी तरह की प्रथम सूचना को प्राप्त करने के बाद संबंधित को प्रेषित करेंगी। काल रिसीव करने वाले लोग पीड़ित के साथ नम्रतापूर्वक बात करेंगे। नगरीय क्षेत्रों में 15 मिनट तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 20 मिनट के अंदर में संबंधित पीड़ित को तात्कालिक सहायता उपलब्ध कराई जायेगी। इस योजना के तहत शासन की ओर से जनपद को 7 इनोवा, 45 बोलेरो एवं 13 बाइकें उपलब्ध कराई गई हैं। यूपी—100 टोल फ्री नंबर है। पीआरवी—पुलिस रिस्पांस वाहन प्रत्येक थाने व चौकी क्षेत्र में उपलब्ध रहेंगे। सूचना मिलने पर यह तुरंत मौके पर पहुंचेंगे। प्रत्येक वाहनो 24 घंटे सेवा उपलब्ध करायेंगे। इसके लिए पुलिसकर्मियों की 12—12 घंटे की शिफ्टवार ड्यूटी लगाई जायेगी।
डीएम संजय कुमार खत्री ने कहा कि देश के अन्य प्रांतों के सापेक्ष यूपी में विकास की गति काफी ठीक है। पांच सालों में यूपी का काफी विकास हुआ है। जनता को भी जमीन पर विकास कार्य दिखाई दे रहे हैं। पुलिसिंग व्यवस्था में भी सुधार को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से कई कदम उठाये गये हैं।
एसपी अरविंद कुमार सेन ने कहा कि जनपद की पुलिस बगैर भेदभाव के अपन कार्य करेगी। पीड़ितों को त्वरित सहायता पहुंचाने व घटनाओं का जल्द से जल्द खुलासा करने की पूरी कोशिश की जाती है। हाल ही के दिनों में पुलिस की ओर से कई घटनाओं का खुलासा किया गया है। यूपी—100 योजना से अपराध पर अंकुश लगाने में भी काफी सहूलियत मिलेगी।
इस मौके पर पूर्व सांसद जगदीश कुशवाहा, सामाजिक कार्यकर्ता ब्रजभूषण दूबे, जैकिशन साहू, छोटू यादव, पूर्व सपा जिलाध्यक्ष रामधारी यादव, बंटी सिंह, ओमप्रकाश तिवारी उर्फ बच्चा तिवारी, अबू फखर खां, सिविल बार अध्यक्ष ओमप्रकाश गुप्ता, सराफा व्यापार मंडल अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद वर्मा, एसपी सिटी केशव प्रसाद गोस्वामी, महम्मदाबाद सीओ आलोक प्रसाद, कासिमाबाद सीओ हृदयानंद सिंह, प्रतिसार निरीक्षक रमाशंकर प्रसाद, शहर कोतवाल राजीव रंजन उपाध्याय, एसओ दुर्गेश्वर मिश्रा, हिमेंद्र सिंह, टीबी सिंह, सुशील यादव, संपूर्णानंद राय, धर्मवीर सिंह आदि लोग मौजूद रहे।
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