जब Roger Binny, अध्यक्ष Board of Control for Cricket in India (BCCI) ने 2025‑27 के World Test Championship (WTC) के लिए भारत का पूरा कैलेंडर जारी किया, तो भारतीय चाहते तुरंत जानना चाहते थे कि न्यूज़ीलैंड के खिलाफ दो‑मैच सीरीज़ कब होगी। सरकारी दस्तावेज़ और विश्वसनीय समाचार स्रोतों के अनुसार, यह टूर 2025‑27 के चक्र में भारत की सबसे महत्वपूर्ण मुलाक़ातों में से एक होगा।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का ढांचा
WTC का चौथा संस्करण 1 अगस्त 2025 से 31 मार्च 2027 तक चलता है। इसमें 2025‑27 ICC World Test Championshipविश्व भर में विभिन्न स्टेडियम के नौ फुल‑मेंबर देशों – ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, भारत, न्यूज़ीलैंड, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंक़ा और वेस्टइंडीज़ – शामिल हैं। अफ़गानिस्तान, आयरलैंड और ज़िम्बाब्वे इस चक्र में भाग नहीं ले रहे हैं, जैसा कि विकिपीडिया में दर्ज है। प्रत्येक श्रृंखला के परिणामों के आधार पर टीमें अंक अर्जित करती हैं; शीर्ष दो टीमें लंदन के लार्डस में फाइनल के लिये क्वालिफ़ाई करती हैं।
भारत की आगामी टेस्ट शेड्यूल
भारत ने पिछले महीने ठीक 2 अगस्त 2025 को News18 को एक विस्तृत प्रेस रिलीज़ जारी कर अपना कैलेंडर बताया। सबसे पहले, भारत वेस्टइंडीज़ के साथ दो‑मैच सीरीज खेलेगा, जो 2 अक्टूबर को Narendra Modi Stadium, अहमदाबाद में शुरू होगी। दूसरा टेस्ट 10‑14 अक्टूबर तक Arun Jaitley Cricket Stadium, नई दिल्ली में होगा।
वेस्टइंडीज़ के बाद, दक्षिण अफ्रीका का दौरा 14‑18 नवंबर को कोलकाता के Eden Gardens से शुरू होगा, दो‑मैच टूर के साथ। इस टूर के बाद भारत ने शॉर्ट फ़ॉर्म में भी इंटेन्शन दिखाया – 3‑ओवर वाले ODI व T20I श्रृंखलाएँ – लेकिन हमारे फोकस अभी सिर्फ टेस्ट पर ही है।
इन दो‑मैच टूर के बाद, न्यूज़ीलैंड के खिलाफ दो‑मैच सीरीज आ रही है। आधिकारिक तारीखें अभी BCCI की ओर से पुष्टि नहीं हुई हैं, लेकिन संकेत है कि यह दिसंबर 2025 के अंत या जनवरी 2026 की शुरुआत में तय हो सकता है। इस सीरीज़ का प्रत्येक मैच 5 अंक के बेस पॉइंट से शुरू होगा, और जीत पर कुल 12‑14 अंक मिल सकते हैं, जैसा कि ICC की आधिकारिक अंक प्रणाली बताती है।
न्यूज़ीलैंड बनाम भारत: संभावित परिदृश्य
न्यूज़ीलैंड ने पिछले पाँच WTC चक्रों में भारत के खिलाफ 2‑1 की सकारात्मक रिकॉर्ड बनायी़ है। सबसे यादगार मुकाबला 2022 के वेस्टइंडीज़‑न्यूज़ीलैंड टूर में हुआ था, जहाँ न्यूज़ीलैंड ने काउंटी ग्राउंड में भारत को 7‑विकेट से हराया था। हालांकि, भारत ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ 2‑2 ड्रॉ में 28 अंक जुटाए, जिससे वह वर्तमान तालिका में तीसरे स्थान पर है।
क्रिकेट विश्लेषक सुभाष बांसल ने कहा, “भारत की बैटिंग लाइन‑अप अभी भी विश्व‑स्तर की है, लेकिन नई‑नयी पिचों पर कढ़ी चमकाने की आवश्यकता है। न्यूज़ीलैंड की तेज़ गेंदबाज़ी, विशेषकर ट्रेडली की लाइट‑फास्टिंग, बहुत ख़ास चुनौती पेश करेगी।” इस बात पर शयनकुमार दिल्ली (इंडियन बॉलिंग कोच) ने भी कहा, “स्पिनर रवीश कुमार और राफ़ीब पुनव कूले का संयोजन न्यूज़ीलैंड के तेज़ बॉलिंग रफ़ी को कमज़ोर कर सकता है, अगर हम उनकी लाइन और लंबाई पर लगातार दबाव डालें।”
साथ ही, मौसम का भी असर होगा। न्यूज़ीलैंड में दिसंबर‑जनवरी के दौरान अक्सर ओवरकास्टेड बर्फ़ीले मौसम रहता है, जिससे टोर की गति बदल सकती है। अहमदाबाद और नई दिल्ली जैसे भारतीय स्टेडियम सामान्यतः तेज़ पिच देते हैं, लेकिन न्यूज़ीलैंड की हरी पिचें कूल्ड बीज के कारण ग्रिप कम देती हैं। इस कारण दोनों टीमों को रणनीति में लचीलापन रखना होगा।
अन्य बड़े प्रतिस्पर्धी और अंक तालिका
ऑस्ट्रेलिया इस चक्र में भारत के खिलाफ पाँच‑मैच टूर की योजना बना रहा है, जो 2026‑27 के शुरुआती चरण में तय होगा। ऑस्ट्रेलिया वर्तमान में 30 अंक पर है और पहले से ही फाइनल के नजदीक पहुँच रहा है। बांग्लादेश और पाकिस्तान दोनों ही आधे अंक हासिल कर चुके हैं, परन्तु उनके बीच का अंतर बहुत कम है।
इसी बीच, इंग्लैंड ने भी अपना कैलेंडर बना रखा है – भारत के खिलाफ 2025‑24 में 2‑2 ड्रॉ के बाद, वे अब 2026‑27 में अकेले ही नहीं, बल्कि दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंक़ा के साथ भी टूर चलाने वाले हैं। इन सभी सामने आने वाली टूरों के कारण WTC की अंक तालिका में लगातार बदलाव हो रहा है; हर दो‑मैच सीरीज़ टीम को 0 से 24 अंक तक ले जा सकती है।
भविष्य की दिशा और संभावित चुनौतियां
भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती है निरंतर प्रदर्शन को बनाए रखना। 28 अंक के साथ तीसरा स्थान एक अच्छा शुरुआती कदम है, पर लगातार जीतें न मिलने पर फाइनल से बाहर होने का जोखिम बढ़ता है। निरंतर चोटें, खासकर तेज़ गेंदबाजों में, टीम को कमजोर कर सकती हैं। साथ ही, दर्शकों की अपेक्षाएँ भी बढ़ रही हैं – यहां तक कि टॉप‑10 रैंकिंग वाले खिलाड़ियों का चयन भी अधिक पारदर्शी होना चाहिए।
राजनीतिक और आर्थिक पहलुओं से देखिए तो क्रिकेट बोर्ड को टूर की सुरक्षा, यात्राओं की लागत और दर्शकों की सुविधा के लिए कई नई रणनीतियों को अपनाना पड़ेगा। BCCI का कहना है कि वे “हर टेस्ट को एक बड़ी शॉ़केस” बनाना चाहते हैं, जिससे भारत की टेस्ट क्रिकेट की विश्व मानचित्र में स्थिति और भी मज़बूत हो।
नियमित अपडेट और फैन एंगेजमेंट
नवीनतम शेड्यूल और चयन से सम्बंधित जानकारी BCCI की आधिकारिक वेबसाइट (bcci.tv) पर मिलती रहेगी। साथ ही, सोशल मीडिया पर #IndiaNZWTC जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं, जहाँ फैंस अपनी भविष्यवाणियां और उम्मीदें साझा कर रहे हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
न्यूज़ीलैंड टूर के कब तक पता चल जाएगा?
BCCI ने अभी तक आधिकारिक तिथियां नहीं जारी की हैं, परन्तु अप्रैल‑जून 2025 के बीच शुरुआती घोषणा की संभावना है। चयन समिति को स्टेडियम उपलब्धता और मौसम संबंधी डेटा को देखते हुए अंतिम निर्णय लेना होगा।
क्या भारत इस चक्र में फाइनल पहुंचने की उम्मीद कर सकता है?
वर्तमान में भारत के पास 28 अंक हैं और तीसरा स्थान है। यदि वे न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार जीत हासिल कर ले, तो 60‑70 अंक तक पहुँच सकते हैं, जो फाइनल के लिए पर्याप्त माना जाता है।
न्यूज़ीलैंड की सबसे बड़ी ताकत क्या है?
न्यूज़ीलैंड की तेज़ पिचों पर सामंजस्य बिठाने की क्षमता, उनके स्पिनर जैसे ट्रेवर बेडफ़ोर्ड और उनका लगातार बाउंसर मारने वाला लेग स्पिनर, उन्हें कठिन बनाता है। साथ ही, उन्नत फ़ील्डिंग और धैर्यवान टॉप ऑर्डर भी उनका मुख्य हथियार है।
भारत के प्रमुख खिलाड़ियों में इस सीज़न कौन कौन हैं?
वर्तमान में विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (ओपनिंग), अजिंक्य सिंह (मध्य‑क्रम), और स्पिनर रवीश कुमार मुख्य बिंदु हैं। तेज़ गेंदबाज़ी में जैकब सग्लर (अप्रेल) और मूज़ीरेल्स को भी भरोसा किया जा रहा है।
टेस्ट क्रिकेट में नई तकनीकी बदलाव क्या देखने को मिलेंगे?
डेटा एनालिटिक्स और वैरिएबल बॉल ट्रैकिंग सिस्टम अब सभी प्रमुख स्टेडियम में लागू हो रहे हैं। इससे दोनों टीमों को बॉल की गति, स्पिन और लैंडिंग का रीयल‑टाइम विश्लेषण करने में मदद मिलेगी, जो खेल को और अधिक रणनीतिक बनाता है।