क्या नगीना जी! देर से आए लेकिन करोड़ों की सौगात के साथ

809

गाजीपुर। नगीना सिंह यादव को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद का प्रदेश अध्यक्ष प्रदेश सरकार की ओर से नामित किया गया है। हालांकि बहुत जल्द ही आचार संहिता भी लागू होने वाली है। इसके बावजूद वह जनपद समेत पूर्वांचल के कायाकल्प के लिए करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट को धरातल पर क्रियान्वित कराने की कवायद में जुट गये हैं। इसको लेकर अब जनपदवासियों के मुंह से यही सुनने को मिल रहा है कि नगीना यादव जी देर से आए, लेकिन करोड़ों की सौगात के साथ। काश लालबत्ती आपको पहले ही मिल गई होती तो शायद यह प्रोजेक्ट अब तक धरातल पर मूर्त रूप लेना शुरू कर दिया होता। नगीना सिंह यादव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार जिले में मीडियाकर्मियों से डाक बंगले में मुखातिब हुए। जनपद में भविष्य में कैसे घूमेगा विकास का पहिया इसको लेकर उन्होंने बड़ी साफगोई के साथ अपने विचारों को साझा किया।

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के प्रदेश अध्यक्ष नगीना सिंह यादव ने कहा कि पूर्वांचल का विकास करना उनकी प्राथमिकता में शामिल है। विशेष रूप से जनपद का सर्वांगीण विकास करना उनका सपना है। उन्होंने बताया कि जब उन्हें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद का अध्यक्ष नामित किया गया तो ठीक चार घंटे बाद वह एक अहम प्रस्ताव को लेकर प्रदेश मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात किए। इस प्रस्ताव के तहत प्रदेश में विदेश से लगभग पांच हजार करोड़ रुपये का निवेश होने वाला है। जिसके जरिये युवराज ट्रैक्टर की कंपनी स्थापित की जायेगी। यह कंपनी सस्ते दामों पर किसानों के लिए ट्रैक्टर उपलब्ध कराती है। यह कंपनी स्थापित होने से काफी संख्या में बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से निवेदन किया कि इस प्राजेक्ट को पूर्वी उप्र में अमलीजामा पहनाया जाए, क्योंकि जनपद सहित पूरे पूर्वांचल में बेरोजगारी की समस्या युवाओं के समक्ष प्रमुख रूप से खड़ी है। ऐसे में अगर पूर्वांचल में यह प्राजेक्ट धरातल पर क्रियान्वित हो जाता है, तो निश्चित रूप से बेरोजगारी की समस्या को काफी हद तक दूर किया जा सकता है। उन्होंने रोजगार को लेकर पूर्वांचल की स्थिति का मुख्यमंत्री के समक्ष काफी मार्मिक चित्रण करते हुए कहा कि फैक्ट्रियां नहीं होने के कारण प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में पूर्वांचल के युवा महानगरों का पलायन दो वक्त की रोटी के जुगाड़ करने के लिए करते हैं। ऐसे में पूर्वांचल व जनपद को इस प्राजेक्ट की सख्त जरूरत है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिस उम्मीद के साथ उन्हें यह अहम ओहदा दिया है, उसका वह निर्वहन बखूबी करेंगे। वह पूरी निष्ठा के साथ अपने कार्य को करेंगे। उन्होंने प्रदेश सरकार की उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। चाहे बात मेट्रो की हो या फिर विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की। उन्होंने विज्ञान के प्रति छात्रों का रुझान बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से स्कालरशिप भी दिया जा रहा है। इसके साथ ही विज्ञान व तकनीकी के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले छात्रों को सम्मानित करके उनका उत्साहवर्धन भी प्रदेश सरकार की ओर से किया जा रहा है।

बेबाक मीडिया के सवालों पर क्या बोले नगीना यादव

बेबाक मीडिया की ओर से उनसे सवाल पूछा गया कि अगर उनको यह लालबत्ती पहले मिल जाती तो ज्यादा बेहतर होता, क्योंकि कुछ ही दिनों में आचार संहिता लागू होने वाला है। ऐसे में वह जनपद के विकास में अपना योगदान कैसे दे पायेंगे। इस सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनाव बाद भी प्रदेश में सपा की ही सरकार बननी तय है। ऐसे में जनपद समेत प्रदेश में विकास का पहिया रुकने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है। वहीं यूनिर्वसिटी को लेकर भी उनसे सवाल दागा गया। पूछा गया कि यहां के युवाओं ने यूनिर्वसिटी के लिए आंदोलन किया, पुलिस की लाठी खाई और यहां तक कि जेल भी गये, लेकिन यूनिर्वसिटी बलिया की झोली में चला गया। इस पर उन्होंने कहा कि मैं यह विश्वास दिलाता हूं कि अगली बार निश्चित रूप से गाजीपुर में यूनिर्वसिटी की स्थापना होगा। वहीं टीबी रोड की बदहाली पर उनकी ओर से गोलमटोल जवाब देकर बचने की कोशिश की गई। सवाल था कि प्रदेश सरकार का पूरा कार्यकाल खत्म होने के कगार पर है, लेकिन टीबी रोड का कायाकल्प नहीं हो पाया।

लालबत्ती की भरमार होने के बाद जनपद विकास से रहा वंचित

हालांकि यह भी किसी से छिपा नहीं है कि बीते विधानसभा चुनाव में जनपद की जनता ने खुले दिल से सपा को समर्थन दिया था। अपार जनसमर्थन के बदौलत ही प्रदेश में सपा सरकार बनाने में सफल हुई थी। इसके बदले में प्रदेश सरकार की ओर से जनपद के चार विधायकों को लालबत्ती देकर मंत्री बनाने का काम किया गया था। जिससे प्रदेश में जनपद का सियासी कद काफी उपर उठ गया था। यही नहीं विभिन्न संस्थाओं में भी ओहेदेदार पदों पर यहां के सपा नेताओं को बैठाकर लालबत्ती देने का काम किया गया। जनपदवासियों को उम्मीद थी कि जनपद में इतनी लालबत्ती की भरमार हुई है तो विकास के मामले में जिला अग्रणी रहेगा, लेकिन स्थिति इस कदर हुई कि लोग बुनियादी सुविधाओं के लिए भी तरस गये। विकास तो बहुत दूर की कौड़ी है। बाद में मंत्रियों की बर्खास्तगी के बाद जनपद के खाते से लालबत्ती की संख्या भी कम होती चली गई। ऐसे में नगीना सिंह यादव की ओर से जिस प्रस्ताव का जिक्र किया गया है, वह निश्चित रूप से विकास के पैमाने पर जनपदवासियों के लिए एक सुखद खबर है। अब यह देखना ज्यादा दिलचस्प होगा कि भविष्य में धरातल पर इसका क्रियान्वयन हो पाता है अथवा नहीं।

इस मौके पर अहमर जमाल, राकेश यादव, सपा के जखनियां विधानसभा अध्यक्ष रमाशंकर यादव, विवेक यादव लालू, ओमप्रकाश, पारस, मनोज सिंह, रामअवध यादव, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य युवजन सभा राकेश यादव आदि लोग मौजूद रहे।