गाजीपुर। भारतीय पिछड़ा वर्ग एसोसिएशन की ओर से नगर के बंधवा पुल स्थित माता सावित्री बाई फुले एवं उनका जीवन दर्शन विषयक गोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का शुभारंभ अतिथियों द्वारा महात्मा ज्योतिराव फूले, माता सावित्री बाई फुले एवं डा. भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण करके किया गया।
अध्यक्ष डा. जी सिंह कश्यप ने कहा कि माता सावित्री बाई फुले का जन्म तीन जनवरी 1831 में हुआ था। इनके पिता का नाम खंडोजी नेवसे और माता का नाम लक्ष्मी था। सावित्री बाई फुले ने महिलाओं को सम्मान से जीने की प्रेरणा दी। सावित्री बाई फुले ने सामाजिक परिवर्तन के लिए सामाजिक क्रांति करने का काम किया। उनका उद्देश्य विधवा विवाह करवाना, छुआछूत मिटाना, महिलाओं को शिक्षित बनाना आदि कार्य था। पी मौर्य ने कहा कि सावित्री बाई फुले ने निराश्रित असहाय महिलाओं के लिए अनाथ आश्रम खोलने का काम किया।
इस मौके पर कृष्ण निषाद, मनोज कुमार, जगदीश कुशवाहा, डा. संतन कुमार राम, डा. सुजीत कुमार विश्वकर्मा, आरती यादव, नेहा, कलावती, विमल, जयराम, अम्बिका, नीरज बलवंत, विश्वजीत, जवाहर राम, सूर्यनाथ यादव, देवानंद निषाद आदि लोग मौजूद रहे।