भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक नया युग शुरू हो रहा है। बीसीसीआई के राष्ट्रीय चयन समिति ने 19 अक्टूबर, 2025 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वाइट बॉल टूर के लिए टीमों की घोषणा कर दी — और इस बार नया कप्तान नहीं, एक नए युग का नेतृत्व था। शुभमन गिल, 26, ने रोहित शर्मा की जगह ODI कप्तानी संभाल ली, और यह भारतीय क्रिकेट के इतिहास में 28वां ODI कप्तान बन गए। लेकिन ये सिर्फ एक कप्तानी बदलाव नहीं है। ये एक जनरेशन का हस्तांतरण है — जहां रोहित और विराट की वापसी के साथ ही, नए दौर की शुरुआत हो रही है।
रोहित-विराट की वापसी: बिना उत्साह के नहीं
सात महीने की अनुपस्थिति के बाद, भारत के दो सबसे बड़े स्टार्स — रोहित शर्मा और विराट कोहली — टीम में लौट आए। रोहित ने बैंगलोर के नेशनल क्रिकेट एकेडमी में फिटनेस टेस्ट पास किया, जबकि विराट ने लंदन में अपनी फिटनेस की पुष्टि की। इस वापसी का मतलब यह नहीं कि उनका अंत हो गया है — बल्कि यह है कि वे अब नेतृत्व के साथ-साथ अनुभव के रूप में भी टीम के लिए जानदार हो गए हैं।
गिल की कप्तानी के लिए विस्तारित चर्चा हुई। बीसीसीआई की चयन समिति के अध्यक्ष अजित अगरकर ने 17 अक्टूबर की बैठक में यह फैसला लिया — जिसमें यह स्पष्ट रूप से कहा गया कि 2027 के ODI विश्व कप के लिए नए नेतृत्व की आवश्यकता है। गिल भारतीय ODI टीम के सबसे युवा पूर्णकालिक कप्तान बन गए हैं, जबकि एमएस धोनी के बाद ऐसा पहली बार हुआ है।
ODI टीम: अनुभव और युवा का संगम
15 सदस्यीय ODI टीम में अनुभवी खिलाड़ियों की भरमार है। शुभमन गिल (कप्तान), रोहित शर्मा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर (उपकप्तान), केएल राहुल (विकेटकीपर) और यशस्वी जैसवाल जैसे नाम टीम को गहराई देते हैं। वहीं, नितिश कुमार रेड्डी और ध्रुव जुरेल जैसे नए नाम भी शामिल हैं।
ध्यान देने वाली बात यह है कि कुलदीप यादव और मोहम्मद सिराज दोनों स्क्वाड में हैं — यह ऑस्ट्रेलिया के स्पिन-फ्रेंडली पिचों के खिलाफ भारत की पिछली कमजोरी को दूर करने की रणनीति है। सिराज ओडीआई में पेस अटैक के नेता होंगे, जबकि जसप्रीत बुमराह टी20आई में फोकस करेंगे।
T20I टीम: तेज़ गति, नई ऊर्जा
टी20आई टीम का नेतृत्व सूर्यकुमार यादव ने संभाला है — जो अपनी तेज़ बल्लेबाजी और निर्णय लेने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं। शुभमन गिल उनके उपकप्तान हैं, जिससे दोनों फॉर्मेट्स में लीडरशिप का संबंध बना रहता है।
इस टीम में जसप्रीत बुमराह, रिंकू सिंह, संजू सैमसन और वरुण चकरवर्ती जैसे खिलाड़ियों को शामिल किया गया है। टीम में दो विकेटकीपर हैं — सैमसन और जितेश शर्मा — जिससे रिशभ पंत की अनुपस्थिति में विकल्प बनाए रखने की कोशिश की गई है।
मैच स्केड्यूल: ऑस्ट्रेलिया के तीन शहरों में टीम का चुनौतीपूर्ण सफर
ODI सीरीज 19 अक्टूबर से 25 अक्टूबर, 2025 तक पर्थ, मेलबर्न और सिडनी में खेली जाएगी। टी20आई सीरीज 28 अक्टूबर से 2 नवंबर तक चलेगी।
यह टूर सिर्फ तीन-तीन मैचों की श्रृंखला नहीं है। यह भारत के लिए 2026 चैम्पियंस ट्रॉफी और 2027 विश्व कप के लिए एक प्रशिक्षण यात्रा है। ऑस्ट्रेलिया के घरेलू पिच, तेज़ गेंदबाजों की भारी टीम और बड़े मैदान — सब कुछ भारतीय टीम के लिए चुनौती है।
क्यों ये बदलाव मायने रखता है?
पिछले दो दशकों में, भारतीय क्रिकेट का नेतृत्व रोहित-विराट के नाम से जुड़ा रहा। अब जब वे वापस आ रहे हैं, तो उनकी भूमिका बदल गई है — वे अब नेता नहीं, बल्कि मार्गदर्शक बन गए हैं। गिल को अभी तक केवल 77 T20 मैच खेले हैं, लेकिन उनकी शांत नेतृत्व शैली, बल्लेबाजी की स्थिरता और टीम के साथ जुड़ाव उन्हें इस भूमिका के लिए बनाता है।
यह बदलाव एक भावनात्मक पल है — जब एक जनरेशन अपनी टीम को दूसरी जनरेशन को सौंप रही है। और यह जनरेशन बहुत तेज़ है। शुभमन गिल की उम्र 26 है, यशस्वी जैसवाल 24, रिंकू सिंह 26। ये वो लोग हैं जिन्होंने टी20 विश्व कप 2024 जीता है — अब वे ODI में भी अपना नाम दर्ज करना चाहते हैं।
क्या आगे क्या है?
2026 के चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए यह टूर एक टेस्ट है। अगर गिल और उनकी टीम ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन करती है, तो 2027 के विश्व कप के लिए उनकी टीम को लगातार बनाए रखने की संभावना बढ़ जाएगी। विराट कोहली के लिए यह टूर अंतिम अवसर हो सकता है — जहां वे अपने अंतिम बड़े टूर्नामेंट में नेतृत्व कर सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
शुभमन गिल को ODI कप्तान क्यों चुना गया?
शुभमन गिल को चुना गया क्योंकि उनमें शांत नेतृत्व, बल्लेबाजी की स्थिरता और टीम के साथ अच्छा संबंध है। उन्होंने टी20आई में भी अच्छा प्रदर्शन किया है और बीसीसीआई की चयन समिति के लिए वे रोहित-विराट के बाद की नई नेतृत्व शैली के लिए आदर्श थे। उनकी उम्र 26 है, जो धोनी के बाद सबसे युवा ODI कप्तान हैं।
रोहित और विराट की वापसी का मतलब क्या है?
रोहित और विराट की वापसी का मतलब यह नहीं कि वे अभी भी कप्तान हैं — बल्कि वे अब अनुभवी मार्गदर्शक के रूप में काम करेंगे। इससे युवा खिलाड़ियों को सीखने का अवसर मिलेगा। इन दोनों के बिना टीम का अनुभव घट जाता, लेकिन अब वे टीम के भीतर एक अलग भूमिका में हैं।
कुलदीप यादव को दोनों टीमों में क्यों शामिल किया गया?
ऑस्ट्रेलिया के पिच अक्सर स्पिन के अनुकूल होते हैं, और भारत ने पिछले कई टूर में स्पिन के खिलाफ कमजोरी दिखाई है। कुलदीप यादव की लेग-स्पिन और उनकी विविधता इस चुनौती के लिए आदर्श है। उन्हें दोनों टीमों में शामिल करने से टीम को एक स्थिर गेंदबाजी विकल्प मिलता है।
टीम में दो विकेटकीपर क्यों हैं?
रिशभ पंत अभी चोट से बाहर हैं, इसलिए बीसीसीआई ने विकल्प बनाने का फैसला किया। संजू सैमसन टी20आई में और केएल राहुल ODI में विकेटकीपर हैं। ध्रुव जुरेल को ODI में बैकअप के रूप में रखा गया है — यह भविष्य के लिए एक लंबी योजना है।
2027 के विश्व कप के लिए यह टूर कैसे मदद करेगा?
ऑस्ट्रेलिया के पिच, मौसम और खिलाड़ियों की शैली विश्व कप के लिए सबसे अच्छा प्रशिक्षण माहौल देते हैं। यह टूर टीम को दबाव में खेलने, लंबे ओवर खेलने और तेज़ गेंदबाजों के खिलाफ बल्लेबाजी करने का अभ्यास करने का अवसर देता है — जो विश्व कप में जीत के लिए जरूरी है।
क्या शुभमन गिल की कप्तानी लंबे समय तक चलेगी?
अगर गिल इस टूर में अच्छा प्रदर्शन करते हैं और टीम को जीत दिलाते हैं, तो उनकी कप्तानी 2027 तक चल सकती है। बीसीसीआई ने स्पष्ट किया है कि यह लंबी योजना है — जिसमें उन्हें नेतृत्व का अनुभव दिया जाएगा। लेकिन अगर टीम असफल रही, तो श्रेयस अय्यर या अन्य युवा खिलाड़ियों को अवसर मिल सकता है।