जब भी बाहर मौसम के बारे में पूछते हैं, अक्सर लोग “IMD” का ज़िक्र सुनते हैं। ये संक्षिप्त नाम भारतीय मौसम विभाग (Indian Meteorological Department) के लिये है, जो हमारे देश में मौसम से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी देता है। अब हम देखते हैं कि IMD कौन‑सी सेवाएँ देता है और आप इसका फायदा कैसे उठा सकते हैं।
पहली बात, IMD रोज़ाना मौसम पूर्वानुमान बनाता है। इसे आप वेबसाइट, मोबाइल ऐप या टीवी पर देख सकते हैं। मौसम का तापमान, बारिश की संभावना, हवा की गति और दिशा—सब कुछ यहाँ से मिल जाता है। दूसरा, विभाग आपदा चेतावनी जारी करता है। भारी बारिश, बाढ़, तेज़ हवाओं या तूफ़ान की स्थिति में तुरंत अलर्ट मिलते हैं, जिससे आप समय पर सुरक्षित स्थान पर जा सकते हैं। तीसरा, कृषि और जलवायु योजना बनाने वालों के लिये विस्तृत डेटा उपलब्ध है, जैसे वर्षा आँकड़े, तापमान परिवर्तन और जल स्तर। ये डेटा किसानों को बीज चयन, सीजन निर्णय में मदद करता है।
आपको बस weather.imd.gov.in साइट खोलनी है या आधिकारिक “IMD” ऐप डाउनलोड करना है। दोनों ही जगह पर 7‑दिन का विस्तृत पूर्वानुमान, घंटा‑दर‑घंटा तापमान, वायुदाब और धुंध की जानकारी मिलती है। अगर आप मोबाइल यूज़र हैं, तो नोटिफिकेशन ऑन कर लें; मौसम में अचानक बदलाव होने पर तुरंत पॉप‑अप मिलेगा।
ध्यान रखें, IMD की जानकारी सरकारी डेटा पर आधारित होती है, इसलिए यह भरोसेमंद और सटीक मानी जाती है। अक्सर लोग सोशल मीडिया पर झूठी खबरें फैलाते हैं, इसलिए अगर आप किसी अनजान स्रोत से मौसम का दावा देखते हैं, तो IMD की आधिकारिक साइट से दोबारा चेक कर लें।
अब बात करते हैं कि रोज़मर्रा में IMD कैसे काम आता है। यात्रा योजना बनाते समय, आप मौसम पूर्वानुमान देख कर सही समय चुन सकते हैं, ताकि ट्रैफ़िक जाम या बारिश से बचा जा सके। खेत दोबारा बुवाई या फसल कटाई का समय तय करने में भी IMD का डेटा मददगार है। स्कूलों में भी बच्चों को मौसम से जुड़ी जागरूकता सिखाने के लिये IMD के शिक्षण सामग्री उपयोगी रहती है।
IMD की एक खास बात है “रिपोर्टिंग नेटवर्क”—देश भर में 1200 से अधिक मौसम स्टेशन, रेडार, सैटेलाइट इमेजरी और मौसम बुलाई जाती हैं। इस नेटवर्क की वजह से छोटे‑छोटे कस्बों में भी सटीक जानकारी मिलने लगती है। अगर आप ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं, तो नजदीकी मौसम स्टेशन का पता करके उनकी रिडिंग देख सकते हैं।
कभी‑कभी IMD के विशेषज्ञ टीवी या रेडियो पर भी बात करते हैं। वे मौसम के कारणों को सरल शब्दों में बताते हैं, जैसे “आज हवा का दबाव कम है, इसलिए ठंड महसूस होगी” या “बारिश की संभावना अधिक है क्योंकि निचली सतह पर मौसम की लहर बन रही है”। ऐसे व्याख्यान सुनकर आप खुद भी मौसम के संकेत समझना शुरू कर देंगे।
अगर आप यात्रा या आयोजन की योजना बना रहे हैं, तो IMD की “ऐडवांस वॉर्निंग” सेवा को सब्सक्राइब करें। यह सेवा आपातकालीन स्थितियों में तुरंत SMS या ई‑मेल भेजती है। इससे आप और आपका परिवार सुरक्षित रहता है, चाहे आप शहर में हों या पहाड़ों में ट्रैकिंग कर रहे हों।
समझ में आया ना, IMD सिर्फ़ एक नाम नहीं, बल्कि एक पूरी इंफ्रास्ट्रक्चर है जो हमारे जीवन को आसान बनाता है। अगली बार जब भी मौसम की खबर चाहिए, तो IMD की आधिकारिक वेबसाइट या ऐप खोलें—सही जानकारी, तेज़ अपडेट, और भरोसेमंद सलाह आपका इंतज़ार कर रही है।
IMD ने पूरे सितंबर में राजस्थान में लगातार भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। उत्तर की भाग में अत्यधिक वर्षा, जबकि पश्चिमी क्षेत्रों में मानसून की वापसी शुरू हुई है। तेज़ बौछार और तूफ़ान की संभावना के कारण स्थानीय प्रशासन ने सतर्क रहने का निर्देश दिया।