पूर्व कप्तान की मेहरबानी से गनर लेकर टहल रहा विधानसभा प्रत्याशी

गाजीपुर। देश में वीआईपी कल्चर के खिलाफ मोदी सरकार काफी सख्त है। प्रदेश में भी भाजपा की सरकार आने के बाद से तमाम वीआईपी लोगों के गनर वापस बुला लिये गये हैं। इसकी जद में पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सिंह, जंगीपुर विधायक डा. विरेंद्र यादव की मां व पूर्व विधायक किस्मतिया देवी, सैदपुर के पूर्व ब्लाक प्रमुख रमाशंकर सिंह भी आ चुके हैं। इन लोगों के सरकारी गनर हटा दिये गये हैं। मजे की बात यह है कि बीते चुनाव में जमानियां विधानसभा से जनअधिकार मंच के प्रत्याशी तौकिर खां को चुनाव के समय उनकी दरख्वास्त पर दो गनर जिला प्रशासन की तरफ से उपलब्ध कराये गये थे। तौकिर खां चुनाव के दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सिंह व बसपा प्रत्याशी अतुल राय से अपनी जान को खतरा बताये थे। जिसको संज्ञान में लेते हुए तत्कालीन एसपी सुभाषचंद्र दूबे ने उन्हें गनर देने का आदेश दिया था। 12 मार्च को चुनाव की मतगणना के बाद भी पुलिस कप्तान सुभाषचंद्र दूबे की कृपा से तौकिर खां दोनों गनरों को लेकर घूमते रहे। पुलिस कप्तान सुभाषचंद्र दूबे के तबादले के बाद नौ मई को तौकिर खां के दोनों गनरों को पुलिस लाइन वापस ​बुला लिया गया। लेकिन सुभाषचंद्र दूबे की कृपा तौकिर खां पर सहारनपुर के एसएसपी बनाये जाने के बाद भी बनी हुई है। सूत्र बता रहे हैं कि सहारनपुर के एसएसपी सुभाषचंद्र दूबे की पैरवी पर तौकिर खां को पुन: उनके गनर पुलिस लाइन से वापस उसी दिन भेज दिये गये। देखा जाए तो एक प्रत्याशी को चुनाव बीतने के दो माह बाद तक गनर देना न्यायसंगत नहीं है बल्कि कई सवालिया निशान भी छोड़ रहे हैं।

बता दें कि तौकिर खां कौएद के प्रत्याशी रह चुके आसिफ खां के छोटे भाई हैं। ओमप्रकाश सिंह के खिलाफ अंसारी बंधुओं ने उन्हें घेरने के लिए 2012 के विधानसभा चुनाव में आसिफ खां को अपना प्रत्याशी बनाया था। बीते विधानसभा चुनाव में आसिफ खुद तो राजनीति की मुख्य धारा से दूर रहे लेकिन अपने भाई तौकिर खां को एनआरएचएम घोटाले में फंसे पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा के दल जनअधिकार मंच से टिकट दिलवाकर चुनाव मैदान में उतारा था। हालांकि त्रिकोणात्मक लड़ाई में तौकिर खां अपनी जमानत भी नहीं बचा सके थे। तौकिर खां के भाई आसिफ खां के काफी हाईप्रोफाइल संबंध बताये जाते हैं। इसका प्रमाण मोदी व योगी के मिशन को गाजीपुर पुलिस के द्वारा धक्का बताते हुए दो माह तक सभी नियमों को ताक पर रखकर तौकिर खां को गनर दिया जाना काफी है।

 

क्या बोले एसपी

एसपी सोमेन वर्मा ने बेबाक मीडिया से कहा कि यह प्रकरण फिलहाल उनके संज्ञान में नहीं है। इसकी जांच कराई जायेगी। यदि वास्तव में ऐसा है तो गनर को वापस बुला लिया जायेगा।

 
क्या बोले आरआई

आरआई रमाशंकर प्रसाद ने कहा कि चुनाव में तौकिर खां को गनर दिया गया था। पूर्व पुलिस कप्तान सुभाषचंद्र दूबे के आदेश पर उन्हें वहां रोका गया था। इस संबंध में नये पुलिस कप्तान सोमेन वर्मा से बात करके कार्रवाई की जायेगी।