डिजिटल तकनिकी से सवारे भविष्य – उमेश सिंह 

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वाराणसी। डिजिटाईजेशन एक ऐसा माध्यम है जिसके जरीये कम लागत में तैयार उप्तादो को राष्ट्रीय एवं अन्तराराष्ट्रीय बाजारो में पहुचा कर स्थानीय युवक युवतिया अपने हुनर से रोजगार वृद्धि के साथ साथ आर्थिक विकास में योगदान दे उक्त बाते ए-29 बादशाहबाग कालोनी, मलदहिया स्थित सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी संसाधन केन्द्र पर उद्यमिता विकास में डिजिटलाईजेशन का योगदान एवं सम्भावनाये विषयक कार्यशाला को सम्बोधित करते हुये डिप्टी कमिश्नर, उद्योग, वाराणसी जोन उमेश सिंह ने कहा ।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये उन्होने कहा कि सूचना प्रोद्योगिकी ने कार्यो को आसान बना दिया है तकनिक का उपयोग प्रत्येक क्षेत्र में हो रहा है अब कोई भी प्रोडक्ट एक क्लिक पर खरीदा एवं बेचा जा रहा है।
संस्थान के निदेशक अजय सिंह ने कहा कि सस्थान बिजनेश में प्रशिक्षण प्राप्त किये हुये लोग अन्य लोगो को प्रशिक्षित करेंगे एवं सरकार की योजनाओ को अन्य लोगो तक पहुचाने मंे मदद करेंगे कहा कि डिजिटल बाजार में उत्पादो की आनलाइन मांग है, युवतिया हुनरमंद है और विभिन्न प्रकार के उत्पाद तैयार कर रही है, प्रशिक्षण उनके व्यवयाय को बढ़ाने एवं डिजिटल तरीेके से आगे ले जाने में मदद करेगा । कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त युवतिया अपना खुद का व्यवसाय स्थापित कर रही है एवं डिजिटल इंडिया मेक इन इंडिया एवं स्टार्टअप जैसे पहल को गति दे रही है।
इस मौके पर आनलाइन बिजनेश तथा चिक का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली प्रतिमा पटेल, मांसी गुप्ता फौजिया अंजुम, आकांक्षा पांडेय, आराधना सिंह, सोनम गुप्ता श्रद्धा सिंह, पुर्निमा पाठक शालिनी सिंह समेत 30 युवतियो को सर्टिफिकेट दिया गया
कार्यक्रम का संचालन परियोजना प्रबन्धक संदीप मौर्य एवं धन्यवाद ज्ञापन निदेशक अजय सिंह के द्वारा किया गया ।