नए आशियाने का सपना देखने वालों पर अवैध खननकर्ताओं की टेढ़ी नजर, सिंडिकेट बनाकर दे रहे पुलिस प्रशासन को धोखा

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सोनभद्र(अजय सिंह)। खनन विभाग की सुस्ती का खामियाजा पूर्वांचल की आम जनता को मिल रहा है। विभाग की लापरवाही के कारण परमिट लेने में भी खेल हो रहा है। वहीं अवैध खननकर्ताओं ने सरकार की योजना ‘हर गरीब को मकान’ के वादे को ठेंगा भी दिखा रहे है। मालूम हो कि गिट्टी पर लगने वाले परमिट का रेट जो दो से तीन हजार सुनिश्चित होने के बाद 14 से 15 हजार में बेचा जा रहा है। जिसका सीधा असर पूर्वांचल की जनता पर पड़ रहा है। पूरे पूर्वांचल में डाला सोनभद्र की गिट्टी सभी को पसंद है। इस समय यहां सिंडिकेट के तहत काम हो रहे है। यहीं नहीं आज क्या रेट होगा इसकी दर भी सिंडीकेट ही तैयार करता है। वहीं जिला प्रशासन का आदेश केवल हवा-हवाई ही है। पुलिस प्रशासन सब कुछ जानते हुए भी मौन है। हमारे विशेष सूत्रों से पता चला है कि हर सरकार में खननकर्ता एक सिंडिकेट बनाकर खनन क्षेत्र में सक्रिय रहते है। एक बात और भी बता दूं कि वहां पर अवैध खनन कर्ताओं का एक सिंडिकेट अभी भी सक्रिय हैं जो कि परमिट के रेट पर अवैध वसूली का खेल जारी रखे हुए है।