सोनभद्र। राज्य सरकार के ढुलमुल रवैये और खनन विभाग की मिलीभगत, पुलिस प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा एक दिन पूरे सोनभद्र को भुगतना पड़ेगा। यदि यहीं स्थिति रही तो वह दिन दूर नहीं होगा जब अवैध खनन करने वालों का सिंडिकेट पूरे पूर्वांचल में हावी होगा। प्रशासन और खनन विभाग केवल मूक दर्शक की भूमिका में नजर आएंगे। यह कहना है अवैध खनन को रोकने के लिए पूरा जीवन दांव पर लगाने वाले शाश्वत मंच के संयोजक व स्वराज अभियान के जिलाध्यक्ष श्याम जी का।
ओबरा परियोजना के पूर्व कर्मचारी के पुत्र श्याम जी मिश्र पिछल्ले कई वर्षो से जनपद में चल रहे अवैध खनन के खिलफ संघर्ष करते आ रहे हैं। पिछले कई वर्षों से 50 से अधिक बार खनन विभाग का प्रतीकात्मक पुतला भी फूंक चुके है। लेकिन अब तक सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रहा है। हालत यह है कि अवैध खनन करने वालों का सिंडिकेट धड़ल्ले से खनन कार्य को अंजाम दे रहा है।
छह माह पहले भी श्याम जी अवैध खनन को लेकर वाराणसी स्थित प्रधानमंत्री के संसदीय कार्यालय के बाहर भी धरना दे चुके है। वहीं लखनऊ में तीन दिनों तक आंदोलन करने के बाद मुख्यमंत्री से मिलने के आश्वासन पर आंदोलन स्थगित कराने के बाद जब मुख्यमंत्री से नहीं मिलने दिया गया तो 30 दिसंबर को सीएम योगी की फ््लीट के आगे कूद गए। लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई।
इस सबके बाद भी अवैध परमिट वसूली बंद न होने पर विगत गुरुवार को शाश्वत मंच के बैनर तले खनन अधिकारी का पुतला फूंका गया। मंच के संयोजक श्याम जी ने खनन विभाग व जिला प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर परमिट की काला बाजारी बंद न की गई तो मंच उग्र आंदोलन करेगा।
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